इजरायल और ईरान के बीच युद्ध की आशंका बढ़ती जा रही है, और अगर ऐसा होता है, तो इसका मिडिल ईस्ट देश के साथ-साथ भारत पर भी गंभीर असर पर सकता है। भारत और ईरान के बीच व्यापारिक संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं। भारत ईरान को बड़ी मात्रा में बासमती चावल और चाय का निर्यात करता है, जबकि ईरान से भारत सनफ्लावर ऑयल का आयात करता है। ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव से भारत की अर्थव्यवस्था और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ईरान ने इजरायल के साथ युद्ध में पीछे न हटने का स्पष्ट ऐलान कर दिया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर इजरायल पर फिर से हमला किया जाएगा। उन्होंने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के हमले को जायज ठहराते हुए कहा कि हर किसी को अपनी धरती की रक्षा करने का अधिकार है। खामेनेई ने कुरान की आयतों का हवाला देते हुए मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की और यह भी कहा कि ईरान, हिज्बुल्लाह और हमास का समर्थन जारी रखेगा।
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Toggleईरान-इजरायल युद्ध से भारत पर क्या असर पड़ेगा?
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध की संभावना बढ़ती ही जा रही है, और अगर ऐसा होता है, तो इसका गंभीर असर मिडिल ईस्ट देश के साथ-साथ भारत पर भी देखने को मिल सकता है। भारत और ईरान के बीच व्यापारिक संबंध लंबे समय से चल रहा हैं। भारत ईरान को बड़े पैमाने पर बासमती चावल और चाय निर्यात करता है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में भारत ने ईरान को 680 मिलियन डॉलर का बासमती चावल निर्यात किया, जो भारत के कुल बासमती चावल निर्यात का 19 प्रतिशत है। यदि ईरान और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ता है, तो इसका सीधा असर चावल के निर्यात पर पड़ सकता है।
इसके अलावा, 2023-24 में भारत ने ईरान को 32 मिलियन डॉलर की चाय भी निर्यात की। दूसरी ओर, भारत ईरान से सनफ्लावर ऑयल का आयात करता है। अगर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता है, तो भारत में सनफ्लावर ऑयल की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है।
लेबनान में इजरायल की सैन्य कार्रवाई जारी, हवाई हमलों में 37 की मौत
इजरायल की सेना ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए हैं। लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में इजरायली हवाई हमलों में 37 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 151 लोग घायल हुए हैं।
यह हमला उस आतंकवादी घटना के बाद हो रहा है, जब पिछले साल 7 अक्टूबर की रात हमास ने इजरायल पर आतंकी हमले किए थे। इसके जवाब में इजरायल ने हमास के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। अब इजरायल न सिर्फ हमास, बल्कि हिजबुल्लाह को भी निशाना बना रहा है, जिससे संघर्ष और बढ़ता जा रहा है।
इजरायल-ईरान के बीच बढ़ा तनाव, मिसाइल हमलों से हालात गंभीर
इजरायल और ईरान के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है, जहां ईरान खुलकर हमास और हिजबुल्लाह का समर्थन कर रहा है। मंगलवार रात को ईरान ने मात्र 25 मिनट में इजरायल पर 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे हालात और गंभीर हो गए।
इसके जवाब में इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। इजरायल ने चेतावनी दी है कि ईरान को इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।