बिहार बाढ़: अब तक बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में कई तटबंध टूट चुके हैं, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। बेतिया में सोमवार रात को मुख्य पीडी रिंग बांध टूट गया, जिसके परिणामस्वरूप पांच पंचायतों के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
बिहार बाढ़: बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कई जिलों के नीचले इलाकों में नदी का पानी भर गया है। अब तक, बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में कई तटबंध टूट चुके हैं, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। सोमवार रात को बेतिया में मुख्य पीडी रिंग बांध टूट गया, जिसके कारण पांच पंचायतों के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
20 वर्ष पहले हुआ था पीडी रिंग बांध का निर्माण
आधी रात को गंडक नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया और बैरिया प्रखंड के उतरी पटजिरवा पंचायत के रनहा में पीडी रिंग बांध धराशायी हो गया। यह बांध 20 वर्ष पहले निर्मित किया गया था। बांध के टूटने के कारण पांच पंचायतों को तबाही का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, नदी के जलस्तर में कमी के कारण नुकसान कम होने की उम्मीद जताई जा रही है। लोगों का कहना है कि यदि जलस्तर अधिक होता, तो कई घर बह सकते थे।
बांध पर कैंप कर रहे अधिकारी
उतरी पटजिरवा, सूर्यपूर, दक्षिणी पटजिरवा, पखनाहा डुमरिया और मलाही बलुआ में बाढ़ से हाहाकार मच गया है। गांव छोड़कर लोग अन्य स्थानों पर पलायन करने को विवश हो गए हैं। ग्रामीण अपनी संपत्ति और जान लेकर ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अनुमंडल पदाधिकारी विनोद कुमार, सदर एसडीपीओ रजनीश कांत और श्रीनगर थाना के पुलिस अधिकारी राहत कार्य में जुटे हुए हैं।