फरीदाबाद क्राइम न्यूज: फरीदाबाद में पुलिस ने एक हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के दो महिलाओं सहित पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन आरोपितों ने कई लोगों को फंसाकर लाखों रुपये की ठगी की है।
पुलिस ने गिरोह के खिलाफ जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। यह गिरोह अलग-अलग क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इन अपराधियों ने कितने और लोगों को ठगा है और इस मामले में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।
नूंह के निवासी आरिफ ने सेक्टर-56 में शिकायत दर्ज कराई कि फतेहपुर तगा की रहने वाली सानिया ने उसे सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती का झांसा दिया और जाल में फंसाया। इसके बाद, सानिया ने आरिफ से फोन पर भी बात की और उसे बताया कि उसका पति उससे बार-बार मारपीट करता है और वह उससे अलग होना चाहती है। सानिया की बातों में आकर आरिफ ने उसके प्रति सहानुभूति जतानी शुरू कर दी।
23 फरवरी को सानिया ने आरिफ को फोन कर मदद मांगी, कहकर कि उसका पति उसे बहुत पीट रहा है और वह उसे बचा ले। आरिफ अपने दोस्त काले के साथ सोहना रोड स्थित तेवतिया फार्म हाउस पहुंचा, जहां उसे सानिया मिली। इसके बाद, सानिया ने आरिफ को नेकपुर ले जाकर उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाया।
इतना होते ही, सानिया का पति सलीम और अन्य साथी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरिफ को धमकाया और सानिया के साथ गलत काम करने का डर दिखाकर 10 लाख रुपये की मांग की। आरिफ ने पहले साढ़े तीन लाख रुपये भी दिए, लेकिन बाद में उसे पता चला कि उसका दोस्त काले इस गिरोह से मिला हुआ था और उसने गैंग के सदस्यों को आरिफ का नंबर दिया था।
पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए सानिया को पाली गांव से गिरफ्तार कर लिया। सानिया की पूछताछ के आधार पर आरोपित इरफान, रहीश, रेशमा और फरीद को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपितों में सानिया और फतेहपुर तगा, रहीश और फरीद कुरेशीपुर के निवासी हैं, जबकि रेशमा धौज गांव की रहने वाली है। पूछताछ के दौरान, आरोपितों ने बताया कि उनके गिरोह में और भी लोग शामिल हैं जो हनीट्रैप के जरिए लोगों से वसूली का काम करते हैं।
गिरोह का मुख्य आरोपी सलीम अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, और पुलिस काले की भी तलाश कर रही है। हमारी लोगों से अपील है कि वे अनजान व्यक्तियों से दोस्ती करने से बचें और उनकी बातों में न आएं। अगर कोई व्यक्ति फिर भी हनीट्रैप में फंस जाता है, तो उसे तुरंत पुलिस से शिकायत करनी चाहिए, ताकि उचित मदद प्रदान की जा सके।